What is SUCCESS

दोस्तों !  हम सभी अपने जीवन में सफल होना चाहते हैं लेकिन क्या हमने सोचा कि आखिर सफल होना है क्या ? सफलता की परिभाषा क्या है ? ये सभी के लिए अलग-अलग होती है किसी के लिए ज्यादा पैसों वाली जाॅब तो किसी के लिए अच्छा बिज़नेस या फिर कोई एक्जाम निकाल लेना ही सफलता मान लेता है .  यहाँ हम सफलता - क्या और कैसे ; इस विषय पर , प्रसिद्ध लेखक शिव खेरा जी द्वारा लिखी गई पुस्तक ' YOU CAN WIN ' से कुछ अंश उद्धृत कर रहे हैं ।

>>>  सफलता मिलना एक ' संयोग  ' नहीं है बल्कि यह हमारे बर्ताव , का परिणाम है और हमारा बर्ताव एक चुनाव है जिसे हम चुनते हैं  । इसका मतलब है कि सफलता choice का matter  है  chance  का नहीं । अधिकतर बेवकूफ जैकपाॅट मिलने का इंतजार करते रहते हैं लेकिन क्या ये चीजें  success  ला सकती हैं ।

एक आचार्य कहीं से गुजर रहे थे और उन्होंने ने एक असाधारण रूप से सुंदर खेत देखा
. उसने उन प्रचुर फसलों की प्रशंसा करने के लिए अपनी कार रोकी । खेत का मालिक किसान ट्रैक्टर चला रहा था और आचार्य को कोने में खड़े हुए देखा ; वह  आचार्य की ओर गया और जब उसके पास पहुँचा तो आचार्य ने कहा , " ईश्वर  ने आपको एक सुंदर-से खेत का आशीर्वाद दिया है  आपको इसके लिए कृतज्ञ होना चाहिए ।
किसान ने ऊत्तर दिया , " हाँ , ईश्वर ने मुझे एक सुंदर खेत दिया है और मैं उसके लिए कृतज्ञ भी हूँ , लेकिन आपको यह खेत तब भी देखना चाहिए था जब यह सारी भूमि स्वयं ईश्वर के पास थी । "
मतलब उसने कैसे उस खेत की सुंदरता को बनाए रखा वहीं दूसरे खेतों की सुंदरता तो बची ही नहीं इसी तरह हम सभी को अच्छाईयाँ दी गई थी पर किसी-किसी ने ही उन्हें बनाए रखा ।
कैसे एक व्यक्ति एक के बाद एक सफलता पाने के साथ आगे बढ़ता जाता है , और जबकि कुछ लोग अभी भी तैयार हो रहे हैं ?  कैसे एक व्यक्ति जीवन में एक के बाद एक कठिनाइयों को पार करता जा रहा है , अपने लक्ष्यों को प्राप्त करते हुए ; जबकि दूसरे संघर्ष कर रहे हैं पर फिर भी कहीं पहुँच नहीं पा रहे हैं ।
यदि इन दोनो प्रश्नों का ऊत्तर पाठ्यक्रम का हिस्सा बन सके , तो यह educational system को परिवर्तित कर देगा ।
एक असाधारण मनुष्य अवसर खोजता है , जबकि एक साधारण मनुष्य सुरक्षा (Risk न लेना ) खोजता है . हमें अपने दिमाग को जो हम चाहते हैं उस पर लगाने की जरूरत है न कि उस पर जो हम नहीं चाहते ।

WHAT IS SUCCESS ?

' सफलता और असफलता ' इस विषय पर बहुत सी रिसर्च की जा चुकी हैं  हमें बस इतना करने की जरूरत है कि हम इतिहास से सबक सीखें . जब हम सफल लोगों के जीवन के   इतिहास के बारे में पढ़ते हैं , तो हम पाते हैं कि उन सब के अंदर कुछ निश्चित समान qualities  रही हैं इससे मतलब नहीं है कि वे इतिहास के कौन से समय में रहे । सफलता  निशान छोड़ कर जाती है और यदि हम सफल लोगों की  qualities  पहचान लेते हैं तथा अपना लेते हैं तो हम सफल हो जाएँगे । इसी तरह , कुछ ऐसी चारित्रिक विशेषताएँ होती हैं जो सारी असफलताओं में समान होती है , यदि हम उन्हें जान लेंगे और avoid करेंगे , तो हम असफल नहीं होंगे ।
सफलता कोई रहस्य नहीं है , बल्कि simply कुछ आधारभूत नियमों को लगातार apply करने का नतीजा है । इसका विलोम भी उतना ही सही है : असफलता भी simply कुछ गलतियों को बार-बार दोहराने का परिणाम है । ये सब काफी simplistic लग सकता है , लेकिन fact तो यह है कि ज्यादातर truths बहुत simple होते हैं । मैं नहीं कह रहा ये सब आसान हैं  लेकिन निश्चित तौर पर ये simple हैं ।

HOW DO WE DEFINE SUCCESS ?

कौन-सी चीज है जो एक व्यक्ति को सफल बनाती है ? हम success को कैसे मान्य करते हैं ?  कुछ लोगों के लिए , सफलता का मतलब धन (पैसा ) हो सकता है । किसी के लिए  यह  सम्मान , अच्छी सेहत , अच्छा परिवार , खुशियाँ , संतोष , और मन की शांति हो सकती है । यह हमें वाकई क्या बताता है - कि सफलता विषयक ( subjective ) है . इसका अर्थ अलग-अलग लोगों के लिए अलग-अलग हो सकता है ।  ये परिभाषा  "success" को अच्छे से व्यक्त करती है :         " सफलता किसी उपयुक्त लक्ष्य की एक प्रगतिशील अनुभूति है . " 
( " Success is the progressive realization of a worthy goal" . )
               - Earl Nightingale .

आइये ध्यान से इस परिभाषा पर नज़र डालते है :
"Progressive" का मतलब है कि success एक journey (यात्रा ) है , न कि एक destination (मंजिल) . जहाँ हम कभी नहीं पहुँचते हैं । पहले goal पर पहुँचने के बाद , हम अगले तक जाते हैं फिर अगले और इसी तरह ।
"Realization" का मतलब है कि ये एक अनुभव है।बाहरी बल मुझे successful feel  नहीं करा सकते ; मुझे उसे अपने अंदर महसूस करना पड़ता है । यह आंतरिक है न कि बाहरी ।
"Worthy" से मतलब हमारे value system से है ।  हम किस रास्ते पर चल रहे हैं ? सकारात्मक या नकारात्मक ? Worthiness हमारी journey की विशेषता निर्धारित करता है ये वही है जो मतलब तथा संतुष्टि देता है । सफलता बिना संतुष्टि के खाली है । क्यों " लक्ष्य " महत्वपूर्ण हैं ? क्योंकि वे हमें दिशा निर्धारण का sense देते हैं .
Success का मतलब सबके द्वारा स्वीकार लिया जाना नहीं है । यदि choice देखी जाए तो कुछ ऐसे groups हैं जिनके द्वारा मैं स्वीकारा जाना नहीं चाहूँगा । मैं बुरे चरित्रों द्वारा स्वीकारे जाने से ज्यादा समीक्षा करने वाले मूर्खों द्वारा स्वीकारा जाना पसंद करूँगा ।

मैं  success  को अच्छे भाग्य की अभिव्यक्ति की तरह परिभाषित करता हूँ जो शानदार विचार , प्रेरणा , महत्वकांक्षा , निराशा और  मेहनत का नतीजा है , सामान्यतया इसी क्रम में ।   सफलता और खुशियाँ एक हाथ से दूसरे हाथ को मिलती हैं  वह पाना सफलता है जो आप  चाहते हो और वो चाहना खुशी है जो आप पाते हो !
अकेला अस्तित्व होना सफलता नहीं है ! यह उससे बहुत ज्यादा है !
exist रहने से ज्यादा करो --  live ;
touch करने से ज्यादा करो -- feel  ; 
look से ज्यादा -- observe करो ;
read से ज्यादा-- absorb करो ;
hear से ज्यादा -- listen करो ;
listen से ज्यादा -- understand ;
- John H. Rhodes

★ SOME OBSTACLES TO SUCCESS (REAL OR IMAGINED) :

♦ अहंकार
♦ असफलता का डर ; आत्मविश्वास की कमी
♦ कोई योजना नहीं
♦औपचारिक लक्ष्यों की कमी
♦ जीवन के बदलाव
♦टाल-मटोल करना
♦ परिवारिक जिम्मेदारी
♦ आर्थिक सुरक्षा के विषय
♦  ध्यान की कमी,
♦ पैसे कमाने की चाहत में दूरदर्शिता छोड़ देना 
♦ अकेले ही बहुत सारा करने की कोशिश करना
♦ अति - प्रतिबद्धता
♦ ढृढ़ संकल्प की कमी
♦प्रशिक्षण की कमी
♦  सफलता पाने की जिद न होना
♦  प्राथमिकताओं की कमी

THE WINNING EDGE - :

लक्ष्य की तीव्रता (winning edge ) पाने के लिए , हमें उत्कृष्टता का प्रयास करने  की जरूरत है न कि श्रेष्ठता दिखाने की । perfection के लिए प्रयास करना विक्षिप्तता है ;  excellence के लिए प्रयास करना उन्नति है , क्योंकि ऐसा कुछ भी नहीं है जिसे बेहतर या सुधारात्मक तरीके से न किया जा सके ।
जो भी हमें जरूरत है वह है थोड़ी-सी तीक्ष्णता की ।
रेस में जीतने वाला घोड़ा 5-to-1 से अथवा  10-to-1 से जीतता है ;  क्या आप ये सोचते हैं कि वो दूसरे घोड़ों से पाँच या दस गुना ज्यादा तेज दौड़ता है ? बिल्कुल नहीं , वह केवल एक सेकेंड से , एक नोक से , सबसे तेज हो सकता है लेकिन ईनाम तो 5 या 10 गुना ज्यादा बड़ा होता है । क्या यह ठीक है ? किसे परवाह है ? ये मतलब नहीं रखता ,  क्योंकि ये सब game के नियम है । यही उस गेम को खेलने का तरीका है ।
यही हमारे जीवन में भी सच है  सफल लोग असफल होने वाले लोगों से 10 गुना ज्यादा  smart  नहीं है ।
वे एक नोक (अग्रता ) से  better  हो सकते हैं लेकिन ईनाम दस गुना ज्यादा बड़ा होता है हमें किसी एक क्षेत्र में 1,000%  सुधार करने की जरूरत नहीं है । हमें बस 1-1% सुधार करना है 1000 क्षेत्रों में , जो कि ज्यादा आसान है यही है - winning edge ! ...
   
Note :  FROM THE BOOK " YOU CAN WIN "  BY " SHIV KHERA " .
( A part of Chapter - 2 , Success हिन्दी में अनुवादित )

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