जीवन का स्त्रोत ( A Psalm Of Life ) : »»»»»»»»»»»»»»»»»»»»»»»»» शोकाकुल संख्या में , मुझे मत बताओ , कि जीवन एक कोरा सपना है ! लेकिन उस आ...
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कौन होते हैं 'कर्मवीर'(हिन्दी कविता)
कर्मवीर - अयोध्या सिंह उपाध्याय 'हरिऔध ' «» «» «» «» «» «» «» «» देख कर बाधा विविध,बहु विघ्न घबराते नहीं रह भरोसे भाग्य...
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इतने ऊँचे उठो
इतने ऊँचे उठो - A HINDI POEM BY DWARIKAPRASAD MAHESWARI °°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°° इतने ऊँचे उठो कि जितना उठा गगन है । देखो इस सा...
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ASHA KA DEEPAK
आशा का दीपक - रामधारी सिंह दिनकर ________________________ ________________________ वह प्रदीप जो दिख रहा है झिलमिल दूर नहीं है , थक कर ...
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छिप-छिप अश्रु बहाने वालों(कविता)
दोस्तों , हिन्दी साहित्य बहुत समृद्ध है और इसमें अच्छी कविताओं का भंडार है , अनेक कवियों ने बहुत-सी कविताएँ लिखी हैं और उनकी सूची काफी लम्ब...
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Appearance and Reality
Appearance and Reality : - कभी-कभी जो जैसा दिखता है , वह वैसा होता नहीं है । हम वास्तविकता से अलग कुछ और प्रदर्शित करने की कोशिश करते ...
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POEMS ON LAKSHYA
लक्ष्यप्राप्ति का संकल्प कराती कविताएँ : »»»»»»»»»»»»»»»»»»»»»»»»» (1) वह कैसा लक्ष्य - वह कैसा लक्ष्य जिसे पा कर फिर प्यास रह गयी शेष ...
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एक भी आँसू न कर बेकार-हिन्दी कविता
» एक भी आँसू न कर बेकार » एक भी आँसू न कर बेकार , जाने कब समंदर माँगने आ जाए ! पास प्यासे के कुँआ आता नहीं है , यह कहावत है अमरवाणी नहीं...
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एक बूँद
ज्यों निकल कर बादलों की गोद से । थी अभी एक बूँद कुछ आगे बढ़ी ॥ सोचने फिर फिर यही जी में लगी । आह क्यों घर छोड़कर मैं यों बढ़ी ॥ दैव मेरे...
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ईश्वर की खोज
» अन्वेषण ( रामनरेश त्रिपाठी ) » _________________________ मैं ढूँढता तुझे था , जब कुंज और वन में । तू खोजता मुझे था ...
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यात्रा और यात्री
यात्रा और यात्री » हरिवंशराय बच्चन » साँस चलती है तुझे , चलना पड़ेगा ही मुसाफिर ! चल रहा है तार...
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मैं मनुष्य की मूर्ति बनाता
कविता - मनुष्य की मूर्ति < ऽऽऽऽऽऽऽऽऽऽऽऽऽऽऽऽऽऽऽऽऽऽऽऽऽऽऽऽऽऽऽ > देवलोक से मिट्टी लाकर मैं मनुष्य की मूर्ति बनात...
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निराश क्यों ? नर हो ,न निराश करो मन को
असफलताओं से निराश हो चुके व्यक्ति पर एक छोटा-सा प्रेरणात्मक कथन भी बड़ा प्रभाव कर सकता है और उसे फिर से आशावादी बना सकता है इसलिए हमें हमे...
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चलना हमारा काम है !
शिवमंगल सिंह ' सुमन ' जी द्वारा लिखित यह कविता मेरी पसंदीदा प्रेरणादायक कविताओं में से एक है । इसका संदेश है - चलते रहो , हमेशा ब...
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ईश्वर का उपहार है माँ
जीवन की इस तपन-स्थली में, एक शीतल सा झरना माँ ... कठिनाइयों की वन-व्यापी में, एक सुरक्षित स्थल माँ ... जब आँखों से बहते आँसू, मीठ...
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फूल और काँटा/हिंदी कविता
फूल और काँटा / अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ - एक दुसरे का हिस्सा होते हुए फूल और कांटे, एक दूसरे से कितने अलग होते हैं , पढ़िए ये beautif...
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