जब हमारे काम में कोई बाधा उत्पन्न करता है या हमें पीड़ा पहुँचाता है तो
हमें क्रोध आता है । क्रोध की अवस्था को नियंत्रित करने में धैर्य ही सबसे
सहायक होता है ।
क्रोध के बारे में पहले भी मैं लिख चुकी हूँ : क्रोध पर कथन
एकाएक क्रोध शांत नहीं हो जाता इसलिए आप कोशिश कीजिए धैर्य रखने की और कुछ उपाय करके देखिए :
» क्रोध आने पर पानी पी लेना चाहिए ताकि दिमाग थोड़ा ठंडा हो जाए ।
» अपनी मुठ्ठियाँ भींच लीजिए , हाथों की गदेली पर दबाव पड़ने से क्रोध कम होता है ।
=> 10 minute तक मौन रहने कि कोशिश कीजिये , गुस्से में कुछ बोलना हानिकारक है |
क्रोध के बारे में पहले भी मैं लिख चुकी हूँ : क्रोध पर कथन
एकाएक क्रोध शांत नहीं हो जाता इसलिए आप कोशिश कीजिए धैर्य रखने की और कुछ उपाय करके देखिए :
» क्रोध आने पर पानी पी लेना चाहिए ताकि दिमाग थोड़ा ठंडा हो जाए ।
» अपनी मुठ्ठियाँ भींच लीजिए , हाथों की गदेली पर दबाव पड़ने से क्रोध कम होता है ।
=> 10 minute तक मौन रहने कि कोशिश कीजिये , गुस्से में कुछ बोलना हानिकारक है |
भगवान से प्रार्थना करना, हर समस्या का समाधान है, हर मनोविकार से बचने का साधन है ।
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