अच्छी हैं बेटियां

(1) कहीं पढ़ा था कि हर व्यक्ति के १०० भाग्य होते हैं पर उन १०० भाग्य में से जब १ भाग्य अच्छा होता है तब उनके घर पर लड़के का जन्म होता है और जब १०० के १०० भाग्य अच्छे होते है तब उनके घर लड़की का जन्म होता है । इसलिए यह कहा जाता है लड़के  भाग्य से होते हैं परंतु लड़की ' सौभाग्य से होती है । पराया धन होकर भी कभी पराई नहीं होती शायद इसीलिए किसी पिता से हंसकर बेटी की विदाई नहीं होती ।


 (२ ) बोये जाते हैं बेटे , उग आतीं हैं बेटियां । खाद पानी बेटों में , लहलहाती हैं बेटियां । एवेरेस्ट तक ठेले जाते हैं बेटे , चढ़ जाती  बेटियां । रुलाते हैं बेटे , रोती हैं बेटियां । गिराते हैं बेटे , संभालती हैं बेटियां । भविष्य का स्वप्न दिखाते हैं बेटे , यथार्थ दिखाती हैं बेटियां । साधन मिलते हैं बेटों को , पर सफलता पाती हैं बेटियां । जीवन तो हैं  बेटों का , मारी जाती हैं बेटियां । कुछ भी कहो ,  अच्छी हैं बेटियां ।


- बेटियों के लिए इतनी अच्छी सोच रखने वाले आदरणीय कवियों के नाम न मालूम होने का खेद है ।  
IMAGE SOURCE : PIXABAY
MODIFIED & RECREATED BY : RITIKA MOURYA
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