Harward में, पिछले 75 साल से एक रिसर्च चल रही है, वर्ल्ड की सबसे बड़ी रिसर्च, जिसके मुताबिक, जिसकी life खुशी-खुशी निकलती है और जिसकी life frustated निकलती है... उनकी लाइफ में किस चीज का difference होता है ?
क्या फर्क होता है उन लोगों में ? जो एक satisfactory life जीते हैं और जो frustated life जीते हैं ?
Finally जो conclusion निकला है उसे एक लाइन में कहा जाये तो –
“जिन लोगों के Relationships अच्छे होते हैं वो खुश रहते हैं और जिनके Relationship अच्छे नहीं होते, stable नहीं होते, वो खुश नहीं रहते हैं |
हम क्या सोचते हैं Career, success... मतलब Relationship एक सबसे बड़ा cause है Happy Life का, जिसको हम बुरी तरह से ignore करते हैं, माना आपने लाइफ में सबकुछ हासिल कर लिया पर रिलेशनशिप्स ही खोखली है तो क्या करोगे ऐसी लाइफ का !
- Sandeep Maheswari
Relationships जीवंत होते हैं और हर live चीज को एक स्पेशल attention देने की ज़रुरत होती है, ये कोई वस्तुएं नहीं हैं जिन्हें आज हासिल कर लिया फिर ऐसे ही छोड़ दिया कि सब ठीक है, मतलब granted समझ लेना, फिर होता क्या है चीजें हाथ से छूटने लगती हैं तब समझ में आता है इनका महत्व... और तब भी हम सामने वाले को ही दोष देने लग जाते हैं |
Friends ! वैसे तो, हर Relationship को सँभालने के सबके अपने तरीके होते हैं, पर कुछ बातें लगभग हर Relation में common होती हैं, यहाँ दिए कुछ Simple से Relationship Rules हमारे सभी Relationship को सँभालने में काफी मददगार हो सकते हैं :-
(1) Respect : Never take for granted
हम क्या करते हैं, बहुत बार तो रिश्तों को granted लेने लगते हैं कि कहाँ जायेंगे ये लोग और उन्हें attention देना, respect करना और उनकी value करना तो बिलकुल भूल ही जाते हैं इसलिए कभी भी किसी भी Relation को हलके में न लें बल्कि उन्हें पर्याप्त समय और महत्व देते रहें |
(2) Understand : Think from their point of view
हमेशा अपनी बात पर अड़े रहना जरुरी नहीं है, कि बस मैं ही सही हूँ | समझिये, सामने वाले का नजरिया भी समझिये. For example- यदि आपने किसी को call किया और उन्होंने नहीं उठाया तो बजाय उस पर नाराज़गी दिखाने के आपको समझना होगा कि आखिर क्या वजह रही होगी, कैसी situation रही होगी, जो उसने call नहीं उठाया, ठीक इसी तरह से, उसे भी समझना होगा कि आखिरकार एक text तो किया जा सकता था. इस तरह यदि आप एक-दुसरे के नजरिये से देखने की कोशिश करेंगे तो बहुत सी problem अपने आप हल हो जाएँगी |
(3) Trust : Don’t Doubt
विश्वास बनाये रखिये, simple सी बात है. किसी बात को ज्यादा खींचने से आप भी परेशान होंगे और सामने वाला भी और बेवजह किसी गैर-ज़रूरी बात को ध्यान देना बस arguments क्रिएट करता है |
(4) Give Them Space : Me time
किसी भी रिश्ते में Freedom और Personal Space का होना बहुत ज़रूरी होता है, सिर्फ इसलिए कि वे अपने relative हैं, उनसे आपका रिश्ता है, उनकी ज़िन्दगी पे, time पे, हर फैसले पे आपका हक हो जाता है- ऐसा सोचना बिलकुल गलत है |
सभी को Growth और Improvement के लिए खुद को समय देने की ज़रूरत होती है, ध्यान रखिये आपको हर समय उनसे चिपके रहने की जरुरत नहीं होती है |
(6) Do Your Best : Never Expect
आप कहेंगे, ये क्या बात हुई ? हम यदि कुछ कर रहे हैं तो बदले में कुछ तो चाहेंगे !
नहीं ! यहाँ हमें समझने की जरूरत है कि ये Relations हैं Business नहीं कि तभी कुछ देंगे -जब कुछ मिलेगा, बिलकुल नहीं ! ऐसे में, Relationships success नहीं होने वाले और हुए भी तो बस ऊपर-उपर से... अन्दर से नहीं... तब ऐसा होगा कि, बस एक-दुसरे से compromize कर के जी रहे हैं |
इसलिए, आप अपनी तरफ से best कीजिए, अपनी duty अच्छे-से निभाईये बगैर ये सोचे कि सामने वाला कुछ कर रहा है या नहीं, यकीन रखिये उसे आपके समर्पण और सच्चाई का एहसास होगा तो वो खुद ही बदलने लगेगा |
(7) Money : Not Everything
हालाँकि Life में survival के लिए पैसे बहुत important हैं पर इसे कभी इतनी तवज्जो मत दीजिये कि ये आपके relationship को replace कर डाले |
(8) Don't Presume : Listen first
कभी-कभी हम चीजों का पूर्वानुमान लगा लेते हैं बिना कुछ जाने, बिना कुछ समझे और जो problems होती भी नहीं हैं, उनके बारे में भी सोचकार परेशान होते रहते हैं इससे अच्छा होगा कि पहले situation को समझने की कोशिश करें फिर react करें |(9) Cooperate : Spend Quality Time
परिवार में एक-दुसरे के साथ time spend करना और सभी के साथ सहयोग की भावना बनाये रखना चाहिए ताकि किसी भी member को अकेला feel न हो और आप अपने हर रिश्ते को अच्छे-से सींच पायें |
(10) Be Honest : Don’t lie
किसी भी रिश्ते में कुछ छुपा कर रखना या झूठ बोलकर कुछ करने से कहीं बेहतर है कि आप सबकुछ सही-सही बता दें, इसके लिए आपको सही समय देखकर परिस्थितियों को handle करने के लिए तैयार रहना होगा |
(11) Communicate : Don’t Ask
ये rule थोडा conflict(विरोधाभास) create करता है कि communicate but don’t ask, सामान्य सी बात है – Communication एक कला है कि आप अपनी बात को किस तरह से रखते हैं, किसी serious matter को भी आप कितने softly, gently और बिना rude हुए यानि आराम-से सुलझा लेते हैं |
यहाँ शब्दों का प्रयोग भी मायने रखता है, माना कि वो आपके relations हैं बाहरी नहीं कि बहुत ज्यादा formal हुआ जाये पर यही तो बात है कि वो आपके reations हैं और इसलिए आपको इन्हें और संभाल कर handle करना होगा |
असल में, लोग करते क्या हैं – बाहर वालों को तो फिर भी सम्मान दे देते हैं लेकिन घरवालों से ढंग से बात तक नहीं करते – ये ठीक नहीं है |
एक Strong और Deep यानि एक अच्छे Relation के लिए proper communication का होना बहुत जरुरी है, आप बात कीजिये जो भी चीज आपको परेशान कर रही है उसे argumetative तरीके से न पूछें और न ही किसी एक चीज पर अड़ जायें कि ऐसा किया तो किया क्यों ? इस तरह, सब shortout कीजिये लेकिन एक understanding manner में.
(12) Be Thankful : Feel free to use Sorry and Thank You
हम सोचते हैं Sorry और Thankyou केवल formally यूज़ किया जाता है या रिश्तों में No sorry-no thankyou पर ऐसा नहीं है | इसके बजाय यदि आप thankful feel करते हैं या किसी बात का sorry feel करते हैं तो किसी न तरीके से उसे जताने की कोशिश कीजिये | सीधे कहना आपको अच्छा नहीं लगता तो आप कुछ ऐसा कर सकते हैं जिससे सामने वाले को आपकी भावनाओं का पता चले |
(13) Don't Overthink : Think only Necessary
बहुत ज्यादा सोचने से जो problem होती भी नहीं है, हम उसे create कर देते हैं, गलतफहमियां बढती हैं, कभी-कभी तो हम किसी और के रिश्तों से, किसी और के behavior से अपने रिश्तों की तुलना करने लगते हैं या कभी-कभी बाहर के लोगों की, हो सकता है Tv-serials आदि की बातों में ध्यान देकर बेकार में ही अपनी life और relations को spoil कर लेते हैं, इसीलिए जो जरुरी है केवल वही सोचें, दूसरों की सलाह सीधे तौर पे न मान लें बल्कि अपना दिमाग लगायें, जो आपका दिल करे वही सुनें, वही मानें और वही करें | कहते हैं न - अपनों से मत उलझो तुम गैरों की बातों पर |
(14) Don't try to control : Give advice if required
कभी अपने family members को control करने की चेष्टा न रखें कि I am the king; सबकुछ मेरे हाथ में है. Don't instruct too much, let them grow themselves. हर बात में टोका-टाकि नहीं करनी चाहिए, everyone needs freedom. पर इसका मतलब ये भी नही कि आप देख रहे हैं कोई कुछ गलत कर रहा है तो उसे ऐसे ही छोड़ दें, बिलकुल नहीं आपकी ये ज़िम्मेदारी है कि जरुरत पड़ने पर आप उन्हें उनकी गलती का एहसास भी दिलाएं |
कब situations को आराम-से handle करना है और कब कड़ाई से, ये आपको समझना होगा | दोस्तों, Relations रेत की तरह होते हैं यदि आप मुठ्ठी कड़ाई से बन्द करेंगे तो भी वो फिसलते हैं और ढीला छोड़ दो तो भी... मतलब आपको इन्हें इस तरह से संभाल कर रखना है जिससे कि ये नाजुक से रिश्ते सही तरह से balanced रहें |
(15) Ego and Jealosy : Keep It Aside
कम-से-कम रिश्तों में तो अहंकार, ईर्ष्या और एक-दुसरे को दिखाने की भावना न ही रखें तो बेहतर है |
(16) Let it Go : If you are right
Last में, मैंने ये बात क्यों लिखी ? क्योंकि यदि आपके इतना सब करने के बाद भी आपका कोई relation बिगड़ रहा हो तो ? बहुत sacrifices करने के बाद भी कोई रिश्ता हाथ से छूटता जा रहा हो तो ? इस situation में क्या करेंगे आप ?
"जाने दीजिये", That's all !
यदि आप अपनी जगह सही हैं और अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे हैं एक रिश्ते के लिए, फिर भी सामने वाला नहीं समझ रहा तो "जाने दीजिये उसे" ; हालाँकि ये मुश्किल है पर किसी को छोड़ देने में भी प्यार है, जरुरी नहीं कि आप एक बेजान से रिश्ते को पकडे रहें और खुद को तकलीफ देते रहें | बाद में, यदि उस बन्दे को आपकी भावनाओं का एहसास होगा तो वो ज़रूर समझेगा नहीं तो ये समझिये कि वो आपको deserve ही नहीं करता |
------ ये कुछ बहुत Basic सी बातें हैं दोस्तों ! लेकिन इसके अलावा ऐसी बहुत-सी छोटी-छोटी बातें है जिन्हें observe करके, ध्यान में रखकर आप अपने Relationships को बेहतर बना सकते हैं |
(12) Be Thankful : Feel free to use Sorry and Thank You
हम सोचते हैं Sorry और Thankyou केवल formally यूज़ किया जाता है या रिश्तों में No sorry-no thankyou पर ऐसा नहीं है | इसके बजाय यदि आप thankful feel करते हैं या किसी बात का sorry feel करते हैं तो किसी न तरीके से उसे जताने की कोशिश कीजिये | सीधे कहना आपको अच्छा नहीं लगता तो आप कुछ ऐसा कर सकते हैं जिससे सामने वाले को आपकी भावनाओं का पता चले |
(13) Don't Overthink : Think only Necessary
बहुत ज्यादा सोचने से जो problem होती भी नहीं है, हम उसे create कर देते हैं, गलतफहमियां बढती हैं, कभी-कभी तो हम किसी और के रिश्तों से, किसी और के behavior से अपने रिश्तों की तुलना करने लगते हैं या कभी-कभी बाहर के लोगों की, हो सकता है Tv-serials आदि की बातों में ध्यान देकर बेकार में ही अपनी life और relations को spoil कर लेते हैं, इसीलिए जो जरुरी है केवल वही सोचें, दूसरों की सलाह सीधे तौर पे न मान लें बल्कि अपना दिमाग लगायें, जो आपका दिल करे वही सुनें, वही मानें और वही करें | कहते हैं न - अपनों से मत उलझो तुम गैरों की बातों पर |
(14) Don't try to control : Give advice if required
कभी अपने family members को control करने की चेष्टा न रखें कि I am the king; सबकुछ मेरे हाथ में है. Don't instruct too much, let them grow themselves. हर बात में टोका-टाकि नहीं करनी चाहिए, everyone needs freedom. पर इसका मतलब ये भी नही कि आप देख रहे हैं कोई कुछ गलत कर रहा है तो उसे ऐसे ही छोड़ दें, बिलकुल नहीं आपकी ये ज़िम्मेदारी है कि जरुरत पड़ने पर आप उन्हें उनकी गलती का एहसास भी दिलाएं |
कब situations को आराम-से handle करना है और कब कड़ाई से, ये आपको समझना होगा | दोस्तों, Relations रेत की तरह होते हैं यदि आप मुठ्ठी कड़ाई से बन्द करेंगे तो भी वो फिसलते हैं और ढीला छोड़ दो तो भी... मतलब आपको इन्हें इस तरह से संभाल कर रखना है जिससे कि ये नाजुक से रिश्ते सही तरह से balanced रहें |
(15) Ego and Jealosy : Keep It Aside
कम-से-कम रिश्तों में तो अहंकार, ईर्ष्या और एक-दुसरे को दिखाने की भावना न ही रखें तो बेहतर है |
(16) Let it Go : If you are right
Last में, मैंने ये बात क्यों लिखी ? क्योंकि यदि आपके इतना सब करने के बाद भी आपका कोई relation बिगड़ रहा हो तो ? बहुत sacrifices करने के बाद भी कोई रिश्ता हाथ से छूटता जा रहा हो तो ? इस situation में क्या करेंगे आप ?
"जाने दीजिये", That's all !
यदि आप अपनी जगह सही हैं और अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे हैं एक रिश्ते के लिए, फिर भी सामने वाला नहीं समझ रहा तो "जाने दीजिये उसे" ; हालाँकि ये मुश्किल है पर किसी को छोड़ देने में भी प्यार है, जरुरी नहीं कि आप एक बेजान से रिश्ते को पकडे रहें और खुद को तकलीफ देते रहें | बाद में, यदि उस बन्दे को आपकी भावनाओं का एहसास होगा तो वो ज़रूर समझेगा नहीं तो ये समझिये कि वो आपको deserve ही नहीं करता |
------ ये कुछ बहुत Basic सी बातें हैं दोस्तों ! लेकिन इसके अलावा ऐसी बहुत-सी छोटी-छोटी बातें है जिन्हें observe करके, ध्यान में रखकर आप अपने Relationships को बेहतर बना सकते हैं |
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2 comments
Write commentsBahut achha Article
ReplyAbsolutely Correct !! Nice ! Well-Written Ritika
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