दोस्तों ! मैं आपको, अपने द्वारा पढ़ी हुई कई पुस्तकों में से मेरी most recommended books बताऊँगी । जिन पुस्तकों का नाम मैं यहां दूँगी उनकी खास बात यह है कि ये सभी बुक्स आपको जीवन के प्रति " एक संपूर्ण दृष्टिकोण " उपलब्ध कराती हैं, जहाँ आप चुनाव कर सकते हैं अब आपको अपनी life कैसे जीना है ।
दोस्तों ! कई books और articles, जो किसी खास विषय पर केन्द्रित होते हैं वो जीवन के किसी एक पहलू पर आधारित होते हैं ।
इन्हें जरूर पढ़िए लेकिन इसके साथ ही, एक बार 'जीवन-दर्शन' के बारे में पढ़ना भी जरूरी है , ये हमें whole life की values बताते हैं ।
इन्हें जरूर पढ़िए लेकिन इसके साथ ही, एक बार 'जीवन-दर्शन' के बारे में पढ़ना भी जरूरी है , ये हमें whole life की values बताते हैं ।
मेरा मानना है, ये तीन बुक्स सभीको एक बार जरूर पढ़नी चाहिए :
(1) सत्यार्थ प्रकाश
(2) स्थितप्रज्ञ दर्शन
(3) यू कैन विन (You can win)
(2) स्थितप्रज्ञ दर्शन
(3) यू कैन विन (You can win)
अब मैं आपको इन किताबों का परिचय देती हूँ :
(1) सत्यार्थ प्रकाश :: दयानंद सरस्वती
भारत में जहां ' धर्म ' का मुद्दा इतना संवेदनशील होता है वहां 'धर्म, मत आदि पर' ऐसी दमदार पुस्तक लिखना किसी साधारण व्यक्ति के बस की बात नहीं है वो भी पूरी प्रामाणिकता और सत्यता के साथ ।
क्यों पढ़ें : लगभग हम सभी अपने जीवन में धार्मिक मान्यताओं का पालन करते हैं और ऐसे में यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हम कुछ बातों के बारे में जागरूक रहें जिससे हमें किसी भी प्रकार का नुकसान न उठाना पड़े ।
एक समझदार व्यक्ति , सच को जानने की कोशिश करता है फिर मानता है न कि जो लोगों ने उसे कह दिया है वो करता रहता है ।
एक समझदार व्यक्ति , सच को जानने की कोशिश करता है फिर मानता है न कि जो लोगों ने उसे कह दिया है वो करता रहता है ।
विषय-वस्तु : वेदों पर आधारित । मैंने इसे जिज्ञासावश पढ़ा , बातें/कंटेट ऐसा कि बिना रूके बस पढ़ते चले जाओ । हिंदी भाषा में लिखी यह किताब बड़ी ही रोचक और प्रभावी है, संस्कृत में श्लोक/वेदमंत्र उद्धृत हैं । इस बुक को पढ़ने से आपको कई अविश्वसनीय चीजें मालूम चलेंगी और मेरी तरह आप भी सोचेंगे कि क्या सच में ऐसा होता है !
प्रभाव : मेरे जीवन में बहुत प्रभाव पड़ा, मेरे विचार दयानंद सरस्वती जी से काफी हद तक मिल रहे थे , इसलिए मैंने खुशी से बदलाव स्वीकारा , खासकर मेरी धार्मिक मान्यताओं में बदलाव हुए ।
इसके बाद मैंने स्वामी दयानंद सरस्वती जी द्वारा लिखित और भी पुस्तकें पढ़ी ।
इसके बाद मैंने स्वामी दयानंद सरस्वती जी द्वारा लिखित और भी पुस्तकें पढ़ी ।
आप इस बुक का App Download कर सकते हैं :
यदि आप इसे पढ़ें तो मुझे जरूर बताइएगा कि आपको यह पुस्तक/ग्रंथ कैसा लगा ।
(2) स्थितप्रज्ञ-दर्शन :: विनोबा भावे
महाभारत का अंश गीता एक अद्भुत ग्रंथ है । इसे उपनिषदों का सार भी कहा जाता है । गीता-सार के रूप में आपने गीता के ज्ञान का दर्शन किया होगा लेकिन गीता स्वयं एक सार ग्रंथ है अतः इसका कोई भी अंश छोड़ने योग्य नहीं है ।
गीता के श्लोक भले ही छोटे और सरल हैं परंतु उनमें गहरा अर्थ छुपा हुआ है । एक-एक शब्द में इतना व्यापक अभिप्राय छुपा हुआ है जितना सामान्यतः हम समझ नहीं सकते ।
' संत विनोबा भावे ' जी ने ' स्थितप्रज्ञ दर्शन ' के 18 अध्यायों में, गीता के प्रत्येक अध्याय के कुछ विशेष शब्दों जैसे- ' स्थितप्रज्ञ ', ' गुणातीत ', ' निष्काम ', ' ब्राम्हीस्थिति ' आदि का तात्पर्य बड़ी गहराई से समझाया है ।
महाभारत का अंश गीता एक अद्भुत ग्रंथ है । इसे उपनिषदों का सार भी कहा जाता है । गीता-सार के रूप में आपने गीता के ज्ञान का दर्शन किया होगा लेकिन गीता स्वयं एक सार ग्रंथ है अतः इसका कोई भी अंश छोड़ने योग्य नहीं है ।
गीता के श्लोक भले ही छोटे और सरल हैं परंतु उनमें गहरा अर्थ छुपा हुआ है । एक-एक शब्द में इतना व्यापक अभिप्राय छुपा हुआ है जितना सामान्यतः हम समझ नहीं सकते ।
' संत विनोबा भावे ' जी ने ' स्थितप्रज्ञ दर्शन ' के 18 अध्यायों में, गीता के प्रत्येक अध्याय के कुछ विशेष शब्दों जैसे- ' स्थितप्रज्ञ ', ' गुणातीत ', ' निष्काम ', ' ब्राम्हीस्थिति ' आदि का तात्पर्य बड़ी गहराई से समझाया है ।
क्यों पढ़ें : यदि आप आध्यात्म में रूचि रखते हैं और इसकी गहरी अनुभूति करना चाहते हैं तो गीता से अच्छा कोई ग्रंथ नहीं लेकिन गीता को समझ पाना आसान नहीं ; ध्यान दीजिए केवल अनुवाद पढ़ना समझना नहीं होता है ।
गीता पर भी कई विद्वानों ने अपने-अपने दृष्टिकोण दिए हैं परंतु ' विनोबा ' जैसा प्रेम गीता से कोई नहीं कर सकता , वे गीता को अपनी माँ का स्थान देते थे ।
Readers ! स्थितप्रज्ञ-दर्शन पढ़ना भी गीता पढ़ने जैसा ही है ।
Readers ! स्थितप्रज्ञ-दर्शन पढ़ना भी गीता पढ़ने जैसा ही है ।
विषय-वस्तु : गीता के अध्यायों को समझाया गया है । हिंदी भाषा में प्रकाशित इस पुस्तक की संस्कृत शब्दों वाली शैली थोड़ी-सी रूकावट डालती है । बहुत सुंदर उदाहरण एवं मनुस्मृति और रामचरितमानस आदि के श्लोक भी उद्धृत हैं ।
प्रभाव : केवल एक ही बार उस पुस्तक को पूरा पढ़ा था , वर्षभर हो गया पर उसका एक-एक शब्द मुझे आज भी प्रेरणा देता है ।
" स्थितप्रज्ञ-दर्शन " पुस्तक को मैं अपने आस-पास के बाजारों(Book shops) में कहीं नहीं पा सकी । शायद इसीलिए क्योंकि उसका प्रकाशन बहुत पुराना था । यह मैंने अपने काॅलेज की लाइब्रेरी में पढ़ी थी और अभी एक दुकान में आर्डर की है ।
आप ये बुक ऑनलाइन मंगा सकते हैं :
आप ये बुक ऑनलाइन मंगा सकते हैं :
(3) यू कैन विन/जीत आपकी :: शिव खेरा
क्यों पढ़ें : यदि आप लाइफ को आध्यात्मिक दृष्टिकोण से (जैसी दो पुस्तकें मैंने पहले बताईं) नहीं देखना चाहते तो यह बुक आपको Practical knowledge with Examples समझाएगी ।
विषय-वस्तु : Chapter-wise content - Success, Motivation आदि । हिंदी व अंग्रेजी दोनों भाषाओँ में उपलब्ध ।
प्रभाव : Positive attitude develop हुआ । छोटी-छोटी कहानियों के example बहुत कुछ सिखाते हैं ।
आप बुक ऑनलाइन खरीद सकते हैं या इसका pdf भी मिल सकता है :
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Friends ! आपको ये बुक्स कैसी लगीं हमें ज़रूर बताइयेगा !
Friends ! इस लिंक पर जाकर आप कुछ बढ़िया Motivational Books download कर सकते है :
WHATS KNOWLEDGE
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