आज दोपहर को बैंगलोर के अपने रूम में बैठे-बैठे मैं सोच ही रही थी कि कितने दिन हो गए मुझे कुछ लिखे...और ये पोस्ट तैयार हो गयी :
कुछ दिनों पहले मुझे एक मेल आया था जिसमें मेरे लेखन की सराहना कि गयी थी... उस समय मैं एक इंटरव्यू के लिए जा रही थी, बस की लोकेशन चेक करने के लिए फ़ोन निकाला तो देखा | उस मेल ने मुझमें अलग तरह का ही self-confidence भर दिया, मुझे लगा कि हाँ मैं कुछ कर रही हूँ, कुछ valuable, हालाँकि ऐसे मेल्स या कमेंट्स मुझे बहुत कम ही आते हैं पर फिर भी मुझे लिखने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए,
“आप सभी को मेरा धन्यवाद्” !!!
अभी आप सोच रहे होंगे कि इतने दिनों से मैं कहाँ गायब हूँ ? इतने दिन हो गए blog अपडेट किए या तो मैंने blogging छोड़ दी है या लिखना भूल गयी हूँ...☺
वैसे तो मेरे कई reader friends ये शिकायत करते ही रहते थे पर मैंने टाल दिया लेकिन एक दिन जब माँ ने कहा, कि तुम लिखना कभी मत छोड़ना तब मैंने सोचा आखिर क्या बात है जो मैं लिख नहीं पा रही |
ऐसा तो नहीं कि लिखने का मन नहीं करता, बहुत से विचार आते हैं, कई बार तो लगता है बस सब कुछ छोड़ दूँ और अभी लिखने बैठ जाऊं... लेकिन दोस्तों अब ज़िन्दगी बहुत बदल गई है...बैंगलोर आकर |
फिर भी अब तक आप सब ने Adbhutlife को live रखा इसके लिए आप सभी का बहुत-बहुत शुक्रिया !!!
आज भी इस blog के daily-views उतने ही आते हैं जितने पहले आते थे बल्कि बढ़ते ही जा रहे हैं |
Thank You, Readers! Thank You so much... for 2 Lakhs + views
बस आप अपने मूल्यवान सुझाव और कमेंट्स से मेरा उत्साह बढ़ाते रहिये और अब मेरी बैंगलोर कि जर्नी में शामिल होने के लिए भी तैयार हो जाइये ....
इसके साथ ही मैं जल्द-ही Social-Media पर भी Adbhut Life का पेज बनाने की तैयारी कर रही हूँ... आप सभी का स्वागत है मुझसे और मेरे लेखों से जुड़ने के लिए! - रितिका