दोस्तों ! खुद को अलग करके
देखने का Concept बड़ा ही सरल और सटीक उपाय है, जब आप किसी कश्मकश में फंसे हो तो |
इसमें, एक simple सा काम ये
करना है कि आपको, अपने आप को एक “तीसरे व्यक्ति” के नजरिये से देखना है, गीता में
इस concept को “दृष्टा” भाव से देखना कहा जाता है |
मान लीजिये, आप कभी किसी
problem में फंस गए हैं या आपको कोई decision लेना है और आपको समझ में नहीं आ रहा
कि क्या करें, तो आपको कुछ देर के लिए भूल जाना होगा कि वो आप हैं और फिर ऐसा
imagine करना होगा कि आप उस problem में नहीं हैं बल्कि कोई और उसमें फंसा है तो
थोड़ी देर तक एक third person के नजरिये से सोचिये कि उस situation में आपका क्या
करना सही होगा ?
जैसे-ही, आप problem से खुद
को अलग करके, ऊपर उठकर सोचेंगे आपको उसका जवाब मिल जायेगा | बस थोड़ी देर ऐसा समझना
है कि आप नहीं बल्कि आपका कोई दोस्त उस सिचुएशन में है | इस तरीके, हमें problem का
एक सुलझा हुआ रास्ता मिल जाता है |
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4 comments
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ReplyThanks, iBloggger team for your consideration to my blog.
Replyबहुत अच्छा सुझाव धन्यवाद
Replyभगवान श्रीकृष्ण के गीता के उपदेश आधुनिक जीवन में भी अपनी महत्ता बनाये हुए हैं। ऐसी पोस्ट प्रकाशित करने के लिये आपको बहुत बहुत धन्यवाद।
Replyसम्पूर्ण श्रीमद भगवत गीता को भी एक बार अवश्य पढ़े।
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