1. क्या तुम्हें किस्मत ने खराब पत्ते दिए हैं , तो विवेक के बल पर अच्छे खिलाड़ी बनो।
2. हमारी वाणी अनसुनी रह जाती है ,
हमारे कर्म घोषणा बन जाते हैं ।
हमारे कर्म घोषणा बन जाते हैं ।
3. अपनी विजय का विश्वास रखने वाले ही विजय होते हैं ।
4. उस दिन को व्यर्थ समझो जिसका ढलता हुआ सूरज तुम्हारे हाथों से कोई प्रशंसनीय काम संपन्न होते नहीं देखता ।
5. बहाने मत बनाओ, काम पूरा करो ।
6. एक आसान काम को टाल देना उसे कठिन बना देता है और कठिन काम को टालना उसे असंभव बना देता है ।