बचपन में हम सभी ने ये प्रार्थना सुनी होगी और की भी होगी । ये प्रार्थना हमारे मन को बड़ी शांति देती है तथा मुझे बहुत पसंद है ।
इतनी शक्ति हमें देना दाता ,
मन का विश्वास कमजोर हो न ।
मन का विश्वास कमजोर हो न ।
हम चलें नेक रस्ते पे हमसे ,
भूलकर भी कोई भूल हो न ।
भूलकर भी कोई भूल हो न ।
दूर अज्ञान के हों अंधेरे ,
तू हमें ज्ञान की रोशनी दे...
हर बुराई से बचते रहें हम ,
जितनी भी दे भली जिंदगी दे ।
बैर हो न किसी का किसी से ,
भावना मन में बदले की हो न !
तू हमें ज्ञान की रोशनी दे...
हर बुराई से बचते रहें हम ,
जितनी भी दे भली जिंदगी दे ।
बैर हो न किसी का किसी से ,
भावना मन में बदले की हो न !
हम चलें नेक रस्ते पे हमसे ,
भूलकर भी कोई भूल हो न ।
भूलकर भी कोई भूल हो न ।
इतनी शक्ति हमें देना दाता ,
मन का विश्वास कमजोर हो न ।
मन का विश्वास कमजोर हो न ।
हम न सोचे हमें क्या मिला है ,
हम ये सोचें किया क्या है अर्पण...
फूल खुशियों के बाँटें सभी को ,
सब का जीवन ही बन जाए मधुवन ।
अपनी करूणा का जल तू बहाके ,
कर दे पावन हर एक मन का कोना ।
हम ये सोचें किया क्या है अर्पण...
फूल खुशियों के बाँटें सभी को ,
सब का जीवन ही बन जाए मधुवन ।
अपनी करूणा का जल तू बहाके ,
कर दे पावन हर एक मन का कोना ।
हम चलें नेक रस्ते पे हमसे ,
भूलकर भी कोई भूल हो न ।
भूलकर भी कोई भूल हो न ।
इतनी शक्ति हमें देना दाता ,
मन का विश्वास कमजोर हो न ।
मन का विश्वास कमजोर हो न ।